हम भूल जाते हैं कि हम , नायक बनेंगे निज व्यंग करना पड़ेगा ! दूसरों के दुखको को पास , हम भूल जाते हैं कि हम , नायक बनेंगे निज व्यंग करना पड़ेगा ! दूसरों के दुखको...
रे मन ! तू थकता नहीं है क्या ? पल में फूलों पर मँडराता पल में पेड़ों पर चढ़ जाता, रे मन ! तू थकता नहीं है क्या ? पल में फूलों पर मँडराता पल में पेड़ों पर...
वो बारिश का पानी पानी में भीगना याद है। वो दोपहर में सोने का झूठा बहाना याद है ! वो बारिश का पानी पानी में भीगना याद है। वो दोपहर में सोने का झूठा बहाना...
समय समय
अंधेरे से निकलकर उजाले को पार करना। अंधेरे से निकलकर उजाले को पार करना।
मति छनछन में दुखत जीवन दुखत जीवन कहत समय का फेर है। मति छनछन में दुखत जीवन दुखत जीवन कहत समय का फेर है।